इस अवसर पर वसुंधरा राजे ने राजस्थान की समृद्धि, खुशहाली और ख्वाजा साहब के चाहने वालों को उर्स की मुबारकबाद दी।

चादर को उनके पारंपरिक वकील और खादिम, सैयद अफ़शान चिश्ती ने पेश किया और उनके लिए लंबी उम्र तथा सफलता की दुआ की। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा, मजीद कमांडो ने संदेश पढ़कर वहां मौजूद लोगों को समझाया।
कार्यक्रम में अंजुमन सदस्य असलम हुसैन, भाजपा वरिष्ठ नेता और पूर्व दरगाह कमिटी उपाध्यक्ष मुनव्वर ख़ान, मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हामिद मेवाती, उपाध्यक्ष मुंसिफ़ अली ख़ान, सलीम आफ़ताब, शफीक़ खान महराज चिश्ती, मुराद शैख़, हनीफ़ शैख़, शमशूल हसन, सैयद सादिक़ अली, अज़मत हुसैन, रेशमा परवीन, इशरत परवीन सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
यह आयोजन राजस्थान और दरगाह के बीच गहरे संबंधों का प्रतीक बन गया, जहाँ स्थानीय समुदाय के सभी वर्गों ने एकजुट होकर इस अवसर को मनाया।