राजस्थान विधानसभा के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब से उठी अवाम की आवाज़, नेताओं ने दिए बड़े भरोसे
जयपुर। नेशनल व्यू नेटवर्क | शमशुद दुहा
राजस्थान विधानसभा के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में रविवार को आयोजित कार्यक्रम “!! अवाम के सवाल, विधानसभा तक !!” में मुस्लिम समुदाय से जुड़े अहम मुद्दों पर खुलकर चर्चा हुई। कार्यक्रम का संचालन शाइस्ता महजबीन ने शाइस्ता अंदाज़ में किया। इस मौके पर कई वरिष्ठ नेता और जनप्रतिनिधि शामिल हुए और लोगों को विश्वास दिलाया कि उनकी जायज़ आवाज़ विधानसभा तक पहुंचेगी।

नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली का बड़ा बयान
नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने मंच से कहा कि – “किसी को अपने मुद्दों के लिए सिर्फ मुसलमान विधायक तलाशने की ज़रूरत नहीं है। आप सीधे मेरे पास आइए, मैं आपके मुद्दों को विधानसभा में उठाऊंगा।” उनके इस बयान ने उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया।
अमीन काग़ज़ी का आश्वासन
वहीं विधायक अमीन काग़ज़ी ने भरोसा दिलाया कि उनकी आवाज़ विधानसभा में गूंजती है। उन्होंने कहा कि – “मेरे दरवाज़े हर समय सबके लिए खुले हैं, जायज़ हक की लड़ाई हमेशा लड़ी जाएगी।”

ज़ाकिर हुसैन गेसावत की अपनाइयत
ज़ाकिर हुसैन गेसावत ने लोगों की शिकायतें सुनीं और बड़े भाई की तरह अपनापन दिखाया। उन्होंने कहा कि सभी मसलों को गंभीरता से विधानसभा में रखा जाएगा। यहां तक कि प्रोग्राम के बाद उन्होंने ज़िद की कि सभी लोग उनके साथ भोजन करें। हालांकि, मेहमानों ने मकराना आकर खाने का वादा करके उस दिन माफी चाही।
रफ़ीक़ खान ने सुनाई वालिद की शायरी
कार्यक्रम में रफ़ीक़ खान ने न सिर्फ लोगों की समस्याएं सुनीं बल्कि अपने मरहूम वालिद की लिखी शायरी भी सुनाई। उन्होंने कहा कि – “मेरे लिए सिर्फ आदर्श नगर नहीं बल्कि पूरे राजस्थान का हर मज़लूम और परेशान इंसान मेरा अपना है।”

सामाजिक मुद्दे भी उठे
इस सत्र में कई मुद्दे सामने आए—
- काशिफ खान ने सवाई माधोपुर बाढ़ की समस्या पर आवाज़ उठाई।
- यासमीन फ़ारूक़ी ने वक्फ़ से जुड़े मामलों पर बात रखी।
- मिस्बाह हक़ ने हिजाब और शिक्षा पर सवाल उठाया।
- लुबेना फिरदौस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर अपनी राय दी।
इसके अलावा इस्लाम कार्पेट, रज़ा जयपुरी, एडवोकेट साजिद खान, शोएब नक़वी, खुर्शीद सैयद आतिफ नक़वी, असफ़क मंसूर, ज़ेबा खान, अजमल खान देवपुरा सहित कई वक्ताओं ने अहम मसलों पर रोशनी डाली।

अजमेर शरीफ से दस्तारबंदी
अजमेर शरीफ से बिलाल चिश्ती, दानिश साहब और दानियाल चिश्ती पहुंचे, जिन्होंने सभी नेताओं की दस्तारबंदी की और कार्यक्रम में मिठास घोल दी। मशहूर फोटोग्राफर ,पत्रकार शौकत अहमद ने इस ऐतिहासिक लम्हे को अपने कैमरे में क़ैद कर यादगार बना दिया।

राज्यसभा में मुस्लिम प्रतिनिधित्व की मांग
अंत में आयोजकों ने एक अहम मुद्दा रखा कि आने वाले राज्यसभा चुनाव में राजस्थान से एक मुस्लिम सांसद बनाया जाए। इस पर नेताओं ने आश्वासन दिया कि इस दिशा में पूरी कोशिश की जाएगी।

आयोजकों का धन्यवाद
आयोजक मंडल ने कहा कि यह कार्यक्रम मोहम्मद शाहिद, मुशर्रफ कुरैशी, मोहम्मद राशिद, इर्शान, अमजद उल्लाह खान, अज़ीम देशवाली, साक़िब ख़ान, मोहम्मद गुफरान, सुलेमान अख़्तर, ज़िया उल्लाह और निदा साहिबा की मेहनत के बिना संभव नहीं था।
आगे की योजना
आयोजकों ने घोषणा की कि जल्द ही मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों में भी ऐसे कार्यक्रम किए जाएंगे ताकि अवाम की आवाज़ सीधे विधानसभा तक पहुंचे।
“!! अवाम के सवाल, विधानसभा तक !!” का यह सत्र न सिर्फ यादगार रहा बल्कि समुदाय में नई उम्मीद और जागरूकता का संदेश भी छोड़ गया।