करीबन साढे तीन साल पहले संदिग्ध हालात में लापता हुए युवक को अजमेर गंज थाना पुलिस ने ढूंढ लिया। युवक को गुजरात के सूरत शहर से दस्तयाब कर अजमेर लाया गया। उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पहले उसकी मां ने गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद उसकी पत्नी ने अपहरण कर हत्या की आशंका जताई। आरोपी युवक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह कर्ज से परेशान होकर बिना बताए घर छोड़कर चला गया था।

लापता युवक की मां श्याम नगर, काली मंदिर के पीछे फॉयसागर रोड निवासी भंवरी देवी ने 22 जून 2018 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उसके 2 महीने बाद 30 अगस्त 2018 को गुमशुदा सतीश मेघवंशी की पत्नी माया देवी ने अपहरण कर हत्या करने की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था।
उसके बाद से ही जिला पुलिस की टीम उसे तलाशने का प्रयास कर रही थी। लेकिन सुराग नहीं मिल रहा था। पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने DSP दरगाह पार्थ शर्मा के निर्देशन व गंज थाना CI धर्मवीर सिंह के नेतृत्व में टीम बनाकर गुमशुदा युवक की नए सिरे से तलाश शुरू की। जिसमें टीम को उसके सूरत में होने का सुराग मिल गया। टीम ने उसे तलाश कर दस्तयाब किया और अजमेर ले आए।
लेनदेन में धोखाधड़ी होने से बढ़ गया था कर्ज, ऐसे में चला गया
अजमेर के गंज थाने में जब पूछताछ की गई तो गुमशुदा युवक सतीश मेघवंशी ने बताया कि अखबार वितरण के दौरान उसके साथ लेनदेन में लाखों रुपए की धोखाधड़ी की गई। उस पर कुछ कर्ज हो गया था। ऐसे में उसे कर्ज देने वाले लोग भी धमकाने लगे थे। उससे मानसिक अवसाद में आकर उसने अपना परिवार और शहर को छोड़ना सही समझा। वह किसी को बिना कुछ बताए पहले दिल्ली चला गया। कुछ दिन वहां रहकर सूरत चला गया। जहां वह मजदूरी कर गुजर बसर कर रहा था। उक्त मामले में पुलिस की जांच फिलहाल जारी है।
परिजनो में ख़ुशी की लहर
सतीश मेघवंशी के घर आने पर उसकी बूढ़ी मां व पत्नी माया और बहन संगीता के खुशी के आंसू थम नहीं रहे थे। उनके घर में अब खुशियों जैसा माहौल है । और परिवार ने पुलिस अधिकारियों का धन्यवाद किया