अखिल भारतीय पत्रकार महासभा का वार्षिक सम्मेलन हुआ सम्पन्न, डायमंड ईस्टनार्थ एवार्ड का हुआ आयोजन
अखिल भारतीय पत्रकार महासभा के असम राज्य का राज्यिक अधिवेशन विश्वनाथपुर जनपद के गोहपुर तहसील में स्थित कनकलता भवन में आयोजित किया गया। राज्य अधिवेशन/सम्मेलन के द्वारा अखिल भारतीय पत्रकार महासभा द्वारा कला एवार्ड एवं डायमंड नार्थ एवार्ड का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम कर शुभारम्भ प्रदेश कोषाध्यक्ष जूरी डेका बरुआ व मंजूमनि हजारिका बरुआ द्वारा भक्ति वन्दना एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता असमिया साहित्यकार/कवि/लेखक बंशी बरा तथा संचालन असम प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश कायस्थ ने किया।

असम राज्यिक अधिवेशन, कला एवार्ड एवं डायमंड ईस्ट नाथ एवार्ड के आयोजन एवं वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय पत्रकार महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं प्रतिनिधि संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष वन्दना चौहान के प्रतिनिध आर0 के0 चौहान व विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय पत्रकार महासभा के कार्यकारिणी राष्ट्रीय अध्यक्ष आर0एस0 साहनी व विधायक उप्पल बोरा रहे। इस अवसर पर असम प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश कायस्थ द्वारा रचित काव्य ग्रन्थ ‘‘काक दि जाम कवितार उत्तर काल‘‘ का विमोचन महान साहित्यकार/ लेखक/कवि वंशीबरा ने किया। कार्यक्रम के दौरान उत्तर पूर्व राज्यो से आये पत्रकार बन्धूओ तथा समाजिकता चिकित्सा/ अध्यापन/ प्रशासनिक/ शोध/नृत्य संगीत/पर्यावरण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले व्यक्तियो को अखिल भारतीय पत्रकार महासभा (।ठच्ड) ने सम्मान पत्र, कला एवार्ड एवं डायमंड ईस्ट नार्थ एवार्ड प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि आर0के0 चौहान ने सम्बोधित करते हुए कहा कि असम राज्य से डा0 कुकील बरुआ के नेतृत्व शुरु होने वाला अखिल भारतीय पत्रकार महासभा आज पूर उत्तर पूर्व राज्यो में अपनी मजबूत जड़ जमा चुका है। एक छोटा सा पेड़ को वट वृक्ष के रुप में डा0 कुकील बरुआ ने अपने मेहनत व संघर्ष से खड़ा कर दिया।

असम की धरती पर कुकील वरुआ के रुप में मात्र एक व्यक्ति खड़ा था डा0 कुकील बरुआ ने अपनी कुशलता से से अकेले पूरे राज्यो में विस्तार करके दिखा दिया। और यह साबित कर दिया कि अकेला व्यक्ति यदि बड़ा मुकमा हासिल करना चाहे तो कर सकता है। उनके आगे हिन्दी साहित्य में विख्यात कहावत अकेले चना भाड़ नही फोडता यह झूठा साबित हो रहा है जिस तरह अकेले सूर्य पूरी दुनिया को रोशन कर देता है। उसी तरह डा0 कुकील ने अपनी कार्यशैली का लोहा मनवाया जो आज सबके सामने है। पत्रकारो की एक लम्बी कतार आज असम के चारो तरफ अखिल भारतीय पत्रकार महासभा के नेतृत्व में खड़ी है। ईस्ट नार्थ प्रेसीडेन्ट डा0 कुकील बरुआ व प्रदेश अध्यक्ष असम प्रकाश कायस्थ के नेतृत्व में अखिल भारतीय पत्रकार महासभा ने समाज में छूपी प्रतिभाओ को खोज कर सम्मानिक करने का जो कार्य कर रहा है। वह अत्यन्त ही सराहनीय ऐसा कार्यक्रम निश्चित तौर पर सकरात्मक सोच का परिणाम है। ऐसे आयोजको को मै अखिल भारतीय पत्रकार महासभा की तरफ से हार्दिक शुभकामनाए प्रदान करता हूॅ तथा उनके सफल/सुखद/स्वस्थ /मंगलमयी, उन्नतिमयी जीवन एवं उज्जवल भविष्य हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता हूॅ।
मैं ईस्ट नाथ प्रेसीडेन्ट डा0 कुकील बरुआ व प्रदेश अध्यक्ष असम प्रकाश कायस्थ जी का आभार व्यक्ति करता हूॅ जो मेरे जैसे व्यक्ति को इस कार्य क्रम का असम की धरती पर मुख्य अतिथि बनाया। मैं हमेशा आप लोगो का ऋणी रहूूॅगा मैं इस धरती को तहे दिलो से नमन करता हूॅ तथा यहॉ उपस्थित सभी लोगो को मैं साधूवाद देता हूॅ। प्रजातन्त्र का चौथा स्तम्भ आज अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है। आये दिन पत्रकारो का उत्पीडन बढ़ता जा रहा है। निष्पक्ष पत्रकारिता खतरे के आगोश में सोती जा रही है और उसका गला घोटा जा रहा है। पत्रकारो को फर्जी मुकदमें में फसाने के साथ-2 हत्या करने की घटनाओ की बाढ़ आ गयी है। पत्रकारों की निर्मम हत्या व अपहरण किया जा रहा है। जनता (पत्रकारो) की आवाज को तानाशाह भ्रष्ट सरकारे, भ्रष्ट नेता, भ्रष्ट नौकर शाह एवं माफिया और अपराधियो द्वारा दबाने का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। ऐसी स्थिति में अखिल भारतीय पत्रकार महासभा पत्रकारो को एकीकृत कर (एकसूत्र में बॉधकर) उनके सम्मान/हक एवं अधिकार की लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ रहा है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी पत्रकार साथियो से अपील करता हूॅ कि आप किसी भी पत्रकार संगठन के सदस्य/पदाधिकारी रहे किन्तु जब भी किसी पत्रकार के सम्मान को रौंदा जाये। उसका उत्पीड़न किया जाये। तब आप संगठनात्मक ढॉचे को तोड़कर एक होकर पत्रकारो के सम्मान की वकालत करें तथा ईट का जवाब पत्थर देने का कार्य करें।
आज समाज में कितना भी भ्रष्ट्राचार/शोषण/अत्याचार बढ़ जाये किन्तु उनके खिलाफ आज भी पत्रकारो का अनवरत संघर्ष जारी है। इतिहास गवाह है पत्रकारो ने जब-जब हुकांर भरी है। तब-2 सरकारो का तख्ता पलट कर दिया है। असम की इस धरती पर ईस्ट नार्थ प्रेसीडेट डा0 कुकील बरुआ व असम प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश कायस्थ के कुशल नेतृत्व में अखिल भारतीय पत्रकार महासभा असम की धरती पर आज भी पत्रकारो की ताकत की मौजूदगी का अहसास समय-2 पर कराती रहती है। और आज भी इस कार्यक्रम में माध्यम से पत्रकारो की ताकत के मौजूदगी का अहसास हो रहा है।
अन्त मैं डा0 कुकील बरुआ प्रेसीडेन्ट ईस्ट नाथ स्टेट को कोटी-2 प्रमाण करता हॅ। तथा तहे दिल से उनके कार्यो व नेतृत्व की सराहना करता हूॅ।
कार्यक्रम के दौरान महान आर्टिस्ट असमिया संगीतकार एक्टर स्व0 विवेक बरुआ के असामयिक मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्ति किया गया तथा मौन धारण कर इनके आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना किया गया। इस अवसर पर स्व0 विवेक की पत्नी/बच्चे, माता/पिता मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में तमाम हस्तियो ने शिरकत किया। डा0 कुकील बरुआ ने एक प्रेम गीत भी प्रस्तुत किया तथा बाल कलाकारो ने नृत्य किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बीजेपी विधायक गोहपुर बोरा ने कहॉ अखिल भारतीय पत्रकार महासभा पत्रकारो के हितो की रक्षा के साथ-2 समाज के कार्यो में भी हिस्सा ले रहा है और प्रतिभाओ को सम्मानित कर उसे निखारने का कार्य कर रहा है।
विशिष्ठ अतिथि कार्यकारिणी राष्ट्रीय अध्यक्ष राम सिंह साहनी ने पत्रकारो की संघर्षशील जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहॉ कि पत्रकार समाज का आइना होता है। वह देश समाज के निर्माण में अपने जीवन को सौप देता है। पत्रकार एक सच्चा राष्ट्र प्रेमी होता है। इसका जीवन संघर्षो से भरा होता है।
बारी-2 से तमाम वक्ताओ ने कार्यक्रम को सम्बोधित कर अपने विचारो से लोगो को सिंचित कर जन चेतना जागृत करने का प्रयास किया।