अजमेर: महान सूफ़ी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में केरला के जायरीन ने अपनी मुराद पूरी होने पर ख्वाजा साहब की दरगाह में एक सौ ग्यारह किलो बजनी पीतल का चिरागदान पेश किया हे।
इस चिरागदान को दरगाह के खादिम सैय्यद नबील चिश्ती व सैय्यद रमीज चिश्ती द्वारा केरला के जायरीन मोहम्मद अशरफ़ ने पेश किया हे। जानकारी देते हुए जायरीन मोहम्मद अशरफ़ ने बताया की काफ़ी लम्बे समय से उनकी आस्था ख्वाजा साहब के दरबार से जुड़ी हे ओर उनकी एक ख्वाजा साहब से मन्नत पूरी हुई हे जिस पर वह एक सौ ग्यारह किलो वजनी पीतल का चिरागदान ख्वाजा साहब की दरगाह में पेश करने के लिए अजमेर आए हे।
केरला से अधिकतर अजमेर आने वाले जायरीनों का स्थान पन्नीग्राम चौक स्तिथ मलबार हाउस (अली महल) में होता हे। साथ ही जायरीन अशरफ़ ने बताया की इसी तरह के ओर भी चिरागदान व अगरबत्तीदान भी ख्वाजा साहब के दरबार में पेश करने के लिए आएंगे।