नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी के लिए सड़कों पर मुस्लिम समाज, दरगाह के निज़ाम गेट से निकाला जुलूस ।

अजमेर में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज़ के बाद निज़ाम गेट से जिला कलेक्ट्रेट तक मौन जुलूस निकाला गया।

भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा व नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब पर टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय द्वारा शुक्रवार को अजमेर में काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला गया। हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग दरगाह के निजाम गेट पर इकट्ठे हुए और रैली निकालकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे ।

इसके बाद शहर काजी व दरगाह दीवान के प्रतिनिधि के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। मुस्लिम समुदाय की मौन रैली के दौरान चप्पे-चप्पे पर जिला पुलिस अलर्ट मोड पर रही। जिससे कि किसी तरह का माहौल खराब ना हो।

क़ाज़ी-ए-शहर मौलाना क़री तौसीफ अहमद सिद्दकी इमाम जमा मस्जिद दरगाह अजमेर शरीफ के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के लोगों ने अपना विरोध जाहिर किया। इसके बाद शहर काजी तौसीफ अहमद सिद्धकी व दरगाह दीवान के प्रतिनिधि सैयद नसरुद्दीन के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अजमेर एसपी विकास शर्मा भी मौके पर मौजूद रहे।

ज्ञापन के जरिये राष्ट्रपति से गिरफ्तारी की मांग

शहर काजी तौसीफ अहमद सिद्धकी व मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ज्ञापन के जरिए राष्ट्रपति से मांग की है कि 27 मई 2022 को भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा एवं नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब को लेकर गलत बयान बाजी कर जो गुस्ताखी की गई है, इससे पूरी दुनिया में मुल्क की छवि खराब हुई है। पूरी दुनिया में पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के मानने वालों के साथ-अन्य धर्मों की भावनायें आहत हुई है । इन लोगों ने संविधान की धाराओं का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के साथ सभी धर्मनिरपेक्ष संप्रदायों ने इस गुस्ताखी पर अपने गुस्से का इजहार किया है। मुस्लिम समाज इसकी कठोर निंदा करता है। और राष्ट्रपति से मांग करता है कि दोनों पर कानूनी कार्रवाई कर जल्द से जल्द उन्हें गिरफ्तार किया जाए। साथ ही राष्ट्रपति से समाज के लोगों ने मांग की है, कि गलत बयान बाजी करने वालों पर ऐसा कठोर कानून बनाया जाए। जिससे ऐसे लोगों पर लगाम कसी जा सके और दोबारा हमारे देश में ऐसी बातों की पुनरावृत्ति ना हो।

बाद जुलूस के शांतिपूर्वक लौटने की करी अपील

जिला कलेक्टर अंशदीप को ज्ञापन देने के बाद शहर काजी तौसीफ अहमद सिद्धकी कलेक्ट्रेट के बाहर पहुंचे और इस जुलुस में आये सभी लोगों से अपील की। उन्होंने कहा जिस तरह से शांतिपूर्ण तरीके से मौन जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे उसी तरह शांतिपूर्ण तरीके से सभी अपने घर वापस लौटे। जिसके बाद समाज के सभी लोग शांतिपूर्ण वापस लौट गए।

जिला पुलिस रही अलर्ट

मुस्लिम समुदाय के मौन जुलूस को लेकर शहर भर में अजमेर एसपी के नेतृत्व में जिला पुलिस के जवान और सुरक्षा एजेंसी अलर्ट मोड पर रही। एसपी विकास शर्मा के नेतृत्व में 700 से ज्यादा पुलिस के जवान तैनात किए गए। साथ ही एडिशनल एसपी, प्रशिक्षु आईपीएस, पुलिस उप अधीक्षक, थाना थानाधिकारी अलर्ट पर रहे। इसके साथ ही जहां भी जुलुस निकला वहां ड्रोन के जरिए चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई। जिससे कि किसी तरह का माहौल खराब ना हो।

दरगाह बाजार के व्यापारियों ने इस जुलुस को दिया समर्थन

मुस्लिम समुदाय के मौन जुलूस को लेकर दरगाह बाजार के व्यापारियों ने 3 घंटे बाजार को बंद रखा। व्यापारिक एसोसिएशन ने इसका निर्णय गुरुवार को दरगाह थाने में हुई बैठक में लिया। जिससे कि जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकले।

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